Skip to main content

Posts

Showing posts from March, 2017

आईएएस बनने की प्रेरक कहानियाँ

नमस्कार दोस्तों में नदीम चौहान उन सभी दोस्तों का बहुत बहुत स्वागत करता हूँ जो दोस्त लगे हुए है सिविल सेवा की तैयारी में  दोस्तों आज में आपको सिविल सेवा के लिए कुछ प्रेरक कहानिया बताने जा रहा हूँ  दोस्तों आप सभी जानते होगे देखते होगे की ज्यादातर छात्र बहुत ही सुखसमृद्धि से अपनी तयारी करते है उनको किसी भी तरह की प्रॉब्लम नहीं होती जैसे किताब , बिजली आदि लेकिन कुछ छात्र ऐसे भी होते जो अपना जीवनयापन बहुत ही कठिनाइयों से करते है उनकी तयारी में बहुत सी मुश्किलें आती है जैसे उनको अच्छी सुविधाए कम ही मिलती है और भी बहुत से संघर्ष कर के कुछ छात्र सिविल सेवा को क्रैक कर जाते है  आपने आईएएस बनने की इच्छा रखने वालों की प्रेरक कहानियों को जरूर सुना – पढ़ा होगा लेकिन नीचे दी जा रही ऐसी 5 कहानियां संभवतः आपकी सोच की दिशा बदल दे। आइए इन व्यक्तियों की शानदार सफलता की कहानियों और उपलब्धियों को पढ़कर अपने उत्साह को रिचार्ज करें।   1. अंसार अहमद शेख ( 21 वर्षीय) – ऑटो चालक का बेटा अंसार अहमद शेख यूपीएससी सिविल सर्विसेस परीक्षा में सफल होने वाले सबसे युवा उम्मीदवार हैं। उन्होंन...

IAS की परीक्षा हिंदी माध्यम से दूँ या इंग्लिश माध्यम से?

नमस्कार दोस्तों में नदीम चौहान एक बार फिर अपने उन साथियो तहे दिल से स्वागत करता हु जो दोस्त दिन रात लगे हुए है यूपीएससी की तयारी में  आज में आपको बताने जा रहा हूँ  की हमें आईएएस (सिविल सेवा परीक्षा) में परीक्षा देने का माध्यम हिंदी चुनना चाहिए या इंग्लिश --- यह एक कड़वा सच है कि इंग्लिश माध्यम ( English medium) के छात्रों के पास किताबों के लिए बहुत सारे विकल्प हैं. अनुभवी लेखकों के द्वारा इतिहास , भूगोल , अर्थशास्त्र आदि विषयों की कई किताबें इंग्लिश भाषा में लिखी गयी हैं और बाजार में भरी पड़ी हैं. इंग्लिश माध्यम वाले छात्रों के लिए किताबों की अपार संख्या तो उपलब्ध हैं ही , इसके अलावा इन्टरनेट की सम्पूर्ण दुनिया इंग्लिश में ही परोसी गयी हैं. विकिपीडिया , गूगल …. सभी जगह इंग्लिश की प्रभुता है.आईएएस के लिए सभी मुख्या वेबसाइट भी इंग्लिश में ही उपलब्द होती है इंग्लिश माध्यम वाले छात्र आसानी से हर टॉपिक को गूगल में सर्च कर के कई किताबों को access करते हैं और विकिपीडिया से नोट्स बना लेते हैं.   THE HINDU , Times  of India, Hindustan Times आदि कई अखबार भी इंग्लिश माध्यम व...

IAS की तैयारी करने से पहले 5 बातें जिन पर गौर करना है बेहद जरूरी

आईएएस की तैयारी में बेहद समर्पण, प्रतिबद्धता, समय और जोखिम शामिल होता है। परीक्षा में शामिल होनेवाले उम्मीदवारों की संख्या और सफल होने वालों की संख्या में सफलता की दर जो कि बहुत कम यानि 0।1% होती है, को ध्यान में रखते हुए अत्यंत सतर्कता एवं सावधानी के साथ योजना बनाना बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है। इसलिए इस व्यापक तैयारी को शुरु करने से पहले आपको निम्नलिखित बातों को ध्यान में रखना होगा। आईएएस अधिकारी के अधिकार क्या हैं? आईएएस अधिकारी देश के कामकाजी अंग होते हैं। राजनीतिक एग्जीक्युटिव, जो प्रकृति से अस्थायी होता है, वह इस स्थायी कार्यकारी पर पूरी तरह से निर्भर होता है। पूरा देश सिर्फ इन्हीं अधिकारियों द्वारा शासित, प्रशासित होता है। ये अधिकारी देश की सेवा करते हैं और उसका ख्याल रखते हैं। इसलिए जैसा कि एक लोकप्रिय कहावत है, जिम्मेदारियों के साथ आईएएस अधिकारियों के पास काफी अधिकार भी होते हैं बिलकुल चरितार्थ होता है। एक आईएएस अधिकारी के कुछ अधिकार इस प्रकार हैं– राजस्व का संग्रह करना और राजस्व संबंधी मामलों में अदालत के जैसे काम करना कानून एवं व्यवस्था बनाए रखना कार्यकारी मैजिस्...

सिविल सेवा परीक्षा की शीर्ष नौकरियां

सिविल सेवा परीक्षा के अंतर्गत मुख्य सर्विस तो तीन ही मानी जाती है  भारतीय प्रशासनिक सेवा भारतीय पुलिस सेवा  भारतीय वन सेवा  आईएएस   भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), भारत सरकार की प्रमुख सेवा का गठन 1946 में हुआ था। इससे पहले इंडियन इंपीरियल सर्विस (1893-1946) हुआ करती थी। सिविल सर्विसेज भारत में प्रशासन का हॉलमार्क है। संविधान कहता है कि स्वयं के सिविल सेवाओं के गठन के उनके अधिकार को वंचित किए बिना एक अखिल भारतीय सेवा होगी जिसमें आम योग्यताओं, एक समान वेतनमान के आधार पर अखिल भारतीय आधार पर भर्ती की जाएगी और इसके सदस्यों को संघ के किसी भी स्थान पर इन रणनीतिक पदों पर नियुक्त किया जा सकता है। इसमें कोई आश्चर्य नहीं है कि स्वंत्रता संग्राम के प्रमुख नेताओं में से एक सरदार वल्लभ भाई पटेल ने आईसीएस को देश का इस्पात ढांचा (स्टील फ्रेम) कहा था।  इसलिए, सिविल सेवा हमारे देश की अनिवार्य भावना – विविधता  मुख्य अधिकार आईएएस अधिकारी अपने कार्य क्षेत्र में आने वाले स्थान में कानून और व्यवस्था के रख–रखाव, राजस्व प्रशासन और आम प्रशासन के लिए जिम्मेदार होते ह...